Yug Purush

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8TH SEMESTER ! भाग- 60 ( Meditation -3| A Call)




"हेलो, कौन..."आवाज़ बदल कर मैने कॉल रिसीव की...

"आर.एस. तिवारी स्पीकिंग...आप भूपेश के फादर बोल रहे है..."

"यस, आप कौन..."

"आर.एस. तिवारी....शायद आपने मेरे नेम पर गौर नही किया..."

"आर.एस. तिवारी...ह्म्म्म्"कुछ देर मैं कुछ नही बोला...

"हेलो..."मेरे गुरु घंटाल  प्रिन्सिपल ने जब मै कुछ देर तक यु ही शांत रहा तो चुप्पी तोड़ते हुए बोला "हेलो...हेलो...आपका सुपुत्र कल शाम के वक़्त गर्ल्स हॉस्टल  मे पकड़ा गया, ये वहाँ क्या कर रहा था,ये आप इसी से पुछ लीजिए"कहते हुए प्रिन्सिपल ने मोबाइल bhu को थमा दिया...

"हेलो, पापा..."

"हां बेटा... साले हरामी, डेढ़ फुटिया... तू कॉलेज लड़कियों के हॉस्टल  मे जाने के लिए गया है...? तू रुक अभी आकर तेरी तोड़ता है...."भूपेश  को गाली बकते हुए मैने कहा"अबे चूतिए, शकल ऐसी बना जैसे कि तुझे फोन मे सच मुच की गाली मिल रही है...."

उसके बाद मैने कुछ देर तक और bhu को डांटा और फिर बोला"अब मोबाइल दूसरे चूतिए के हाथ मे दे..."

"कौन दूसरा.."

"आर.एस. तिवारी को मोबाइल पकड़ा..."

Bhu ने वैसा ही किया, उसके बाद जैसे ही प्रिन्सिपल सर ने एक बार हेलो किया, तो मैं नोन-स्टॉप सॉरी...सॉरी बोलने लगा...

"सॉरी, सर मैने आपको पहचाना नही, उसके लिए सॉरी सर...उससे ग़लती हो गयी...नेक्स्ट टाइम से वो ऐसा नही करेगा... उसको घर आने दीजिये सर, जिन्दा नहीं काटा उसको तो मै भी उसका फादर नहीं... और यदि कॉलेज से रेस्ट्रिक्ट हुआ तब तो साले को पंखे से लटका दूंगा... बहुत जवानी उछाल मार रही है, उसकी.... ."

"आप दो-तीन दिन के अंदर यहाँ आ सकते है क्या...? "

"क्या "जब प्रिन्सिपल ने ये कहा तो मेरी फट  के हाथ मे आ गयी ,मैने तो ऐसा सोचा तक नही था कि वो bhu के बाप को कॉलेज मे बुला भी सकता है....

"अभी तो मैं काम के बहुत फँसा हुआ हूँ,...प्लीज़ सर, आप उसे माफ़ कर दीजिए... वरना मेरे हाथो उसका खून हो जायेगा.."

"यदि आप यही लाइन ,यहाँ मेरे सामने आकर बोलोगे तो बात बन सकती है..."

"गये बेटा काम से..."

"आपने कुछ कहा..."

"नही...नही,..."

मैं कान मे मोबाइल लगाकर सोचने लगा कि अब क्या करूँ , फ़ोन मे बात करते हुए जिस दीवार के पास खड़ा था ,उसपर अपना सर भी दे मारा. लेकिन फिर भी कोई आइडिया भेजे मे नही घुसा, उल्टा सर और दर्द करने लगा और मैं दर्द से कराह उठा...

"आर यू ओके..."

"यस, आइ'म ओके..."

"घर पर कैसे है आपके फॅमिली मेंबर  "

"Everyone is fine, sir and enjoying samosa.."

मैं मोबाइल रखने ही वाला था कि.... अचानक मुझे आर.एस. तिवारी की वो लाइन याद आ गयी, जो उसने अभी कुछ देर पहले कहा था और वो लाइन थी... " घर पर कैसे है आपके फॅमिली मेंबर...? "

मैं तुरंत चिल्लाया "एक मिनट.. ये क्या कर रही हो bhu की माँ...?? माँ को वो पुदीने वाली चटनी  क्यों दे रही हो.. मालूम नहीं बेअक्ल की माँ को एलर्जी है... देख कैसे दम घुट रहा है माँ का... नालायक कही की......."

"जी, सब ठीक तो है....."

"सर, Bhu की दादी की तबीयत अचानक खराब हो गई  है, उसे हॉस्पिटल  ले जाना पड़ेगा....आप प्लीज़ ,आप प्लीज़ उसे कुछ मत बताएगा... प्लीज सर, रिक्वेस्ट है मेरी...  वरना वो टेन्षन मे आकर पढ़ाई नही करेगा,बहुत सेंटी लड़का है + दादी से बहुत लगाव भी है उसे... मुझे नहीं लगता की वो अब जिन्दा बच पाएंगी, इसलिए प्लीज उसे कुछ मत कहियेगा .और प्लीज़ इस बार उसकी ग़लती को इग्नोर कर दीजिए.."

इसके बाद मैने तुरंत  कॉल डिसकनेक्ट कर दी, जो मुझे करना था,वो मैने कर दिया था...अब सब किस्मत के हाथ मे था कि आगे क्या होता है, शायद वो एमोशनल होकर bhu को इस बार माफ़  कर दे या fir ये भी हो सकता था कि उस मोटी भैंस के कहने पर प्रिन्सिपल सर भूपेश को लंबी छुट्टी पर भेज दे....जो कुछ भी होना था, वो अब आकर bhu ही बताता ,इसलिए मैं बिंदास होकर अपने रूम मे घुसा.... जिसके थोड़ी देर बाद अरुण और bhu वहा आए...

"बात हुई..."मैने पूछा

"यस "

"क्या बोला, प्रिन्सिपल ने..."

"खुद जाके पुछ ले..."

"मेरा नाम तो नही लिया bhu ने..."

"वही बताएगा..."

अभी कुछ ही देर हुए थे कि भू ने एक लात ज़ोर से दरवाज़े पर मारा ,जिसका असर उसके पैर पर भी हुआ और  अपने पैर सहलाते हुए ख़ुशी से ओत -प्रोत हो दोनों हाथो से  मुझे ऊपर उठाने की कोशिश की......लेकिन उठा नही पाया

"अबे तूने तिवारी से ऐसा क्या कह मारा कि, एकदम प्यार से उसने मुझे वापस भेज दिया...?? और साथ मे ये हिदायत भी दी कि मैं नेक्स्ट टाइम से ऐसी वैसी फालतू की हरकत ना करूँ..."

"मैने उससे बोला कि,यदि वो इस टॉपिक पर और बोलेगा तो मैं उसका रेप कर दूँगा...."शान से वहाँ बैठ कर मैं आगे बोला...

"चल जो कुछ भी बोला हो,उससे मुझे क्या....मैं बच गया, वही बहुत है, और इसी खुशी मे ऐश  डार्लिंग की एक न्यूज़ सुन....वो अपने फैमिली  के साथ कुछ दिन के लिए आउट ऑफ सिटी जा रही है...."

"घंटा... पागल मत बना..."

"परसो मैने लड़की की एक फेक आइडी बनाकर  उससे चैट  की थी...तभी मुझे मालूम चला"

"साले ,कुत्ते...यही खबर मिली थी तुझे सुनाने  को...भाग यहाँ से वरना ,नीचे मेन  पॉइंट पर ऐसा लात मारूँगा कि अंडे का आमलेट बन जाएगा...चल फुट"

"एक और न्यूज़ है..."वो अरुण को सुनाते हुए बोला"कल से फर्स्ट ईयर  की कॉलेज बंद...आज प्रिन्सिपल फोन मे किसी से कह रहा था,तभी मैने सुना...."

"ये साला....यानी कि अब तीन हफ़्तो तक दीपिका मैम  भी नही दिखेगी "मैं उदास हो गया... ना ईशा.. ना दीपिका...

"भाड़ मे जाए दीपिका, साली रखैल तो है...  और रखैल को इतना भाव क्यों देना ."bhu थोड़ा गुस्से मे बोला

"तुम जैसे लड़के ऐसीच होते हो.. लड़की तुमसे पट गई तो ठीक और यदि दूसरे से पट गई तो रखैल... सही है .. चल निकल.. ऐसे छोटी सोच रखने वालों के साथ एक सेकंड भी बिताना  श्री अरमान की बेइज्जती है, सरासर  "बोलते हुए मैं रुक गया

"नही जाउन्गा, बोल क्या उखाड़ लेगा..."अपना अंदर धंसा हुआ सीना चौड़ा करते हुए भू बोला....

"अबे डेढ़ फुटिया , जितना तेरा बाइसेप्स है ना...उससे ज़्यादा मोटा मेरा वो  है...भाग जा यहाँ से वरना मूह मे घुसा दूँगा...."

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3 Comments

Kaushalya Rani

26-Nov-2021 06:46 PM

Nice written

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Barsha🖤👑

26-Nov-2021 05:58 PM

बहुत सूंदर भाग

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Seema Priyadarshini sahay

29-Sep-2021 04:28 PM

Great..Nice part

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